एक दौर |
एक दौर
एक दौर में जी कर आयी हूँ,
उस दौर पर मुझको नाज़ है|
की खाली नहीं हूँ इस पल मैं,
कुछ यादें मेरे पास हैं
वो बचपन की यादें ले लो
जो माँ बाबा के आँगन में खेला था
वो भाई बहन के साथ ही तो
प्यार तकरार का मेला था
एक दौर में जी कर आयी हूँ
उस दौर पर मुझको नाज़ है
वो यारीआं जो साथ मेरे अब भी हैं
उनके संग बिताया वो समय बहुत अलबेला था
हसना रोना रूठना मनाना ये बातें यार तब की हैं
जब एक दूसरे को हमने झेला था
एक दौर में जी कर आयी हूँ
उस दौर पर मुझको नाज़ है
बड़ों ने प्यार और डाँट भी दी हैं
उन्ही के पास तो खुशियों का ठेला था
जब पागलपन में नाचे गाये थे
तो सबके लिए वो झमेला था
एक दौर में जी कर आयी हूँ
उस दौर पर मुझको नाज़ है
यूँ अब भी खुश हूँ जिंदगी में
यहाँ भी बनानी यादें बे हिसाब हैं
खुश क्यों न रहूं अब की दो परिवारों का साथ हैं
एक दौर में जी कर आयी हूँ
उस दौर पर मुझको नाज़ है
की खाली नहीं हूँ इस पल मैं
कुछ यादें मेरे पास हैं